चेन्नई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को शांति का दूत बताते हुए रविवार को भावुक हो गए और उन्होंने कहा कि जो लोग श्रीलंका में शांति कायम होने से डरते थे, वे उनकी मौत के जिम्मेदार थे।
पूर्व वित्तमंत्री ने कहा कि राजीव की मां इंदिरा को एहसास था कि परमाणु शक्ति संपन्न भारत संभ्रांत सुपरपॉवर क्लब में शामिल होगा और उन्होंने पोखरण 1 परीक्षण किया। उन्होंने कहा कि उनके बेटे ने प्रधानमंत्री रहते हुए ऐसा नहीं किया, क्योंकि वे शांतिप्रिय थे और उन्होंने कभी परमाणु परीक्षण का आदेश नहीं दिया जबकि वे इस बात से अच्छी तरह से अवगत थे कि इससे देश को क्या दर्जा मिलेगा।