नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन बिल 2019 (citizenship amendment bill 2019) बुधवार को राज्यसभा में भी पास हो गया। अब राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद यह कानून का रूप ले लेगा। इसके साथ ही पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिन्दू, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो जाएगा। बिल पास होने की खुशी में मजनू का टीला में रहने वाली एक पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थी महिला अपनी 2 दिन की बेटी का नाम 'नागरिकता' रखा।
आरती नाम की इस महिला ने बताया कि उन्होंने अपनी नवजात बच्ची का नाम नागरिकता रखा है, क्योंकि बच्ची के पैदा होने पर ही यह बिल पास हुआ और उन्हें एक उम्मीद की नई किरण नजर आई कि सालों से जिस पहचान के लिए लड़ रहे थे, वह अब उन्हें मिलने वाली है।
राज्यसभा से नागरिकता (संशोधन) विधेयक पारित होते ही दिल्ली के मजनू का टीला इलाके में वर्षों से रहे पाकिस्तानी हिंदुओं की बस्ती में उत्सव का माहौल हो गया। उन्होंने अपनी खुशी का इजहार पटाखे जलाकर, सीटी और ताली बजाकर किया।