पाक जेल में मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं 17 भारतीय कैदी

गुरुवार, 27 अगस्त 2015 (20:39 IST)
नई दिल्ली। पाकिस्तान ने भारत को सूचित किया कि उसके यहां चार महिलाओं समेत 17 भारतीयों ने अपनी जेल की सजा पूरी कर ली है लेकिन उन्हें वापस नहीं भेजा जा सकता है क्योंकि मानसिक रूप से अस्वस्थ होने की वजह से वे अपने घर का अता-पता बताने में असमर्थ हैं।
 
पाकिस्तान के उनकी पृष्ठभूमि का ब्योरा देने पर विफल रहने पर इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग ने इस आस में इन कैदियों को विशेष दूतावास संपर्क सुविधा प्रदान की है कि कोई रास्ता निकले।
 
भारतीय उच्चायोग ने इन 17 कैदियों की तस्वीरें उनके परिवार के सदस्यों का पता लगाने के लिए विदेश मंत्रालय को भेजी हैं। विदेश मंत्रालय ने 17 कैदियों का ब्योरा गृह मंत्रालय को अग्रसारित किया है ताकि भारत में उनके परिवारों एवं घरों की पहचान में मदद मिले।
 
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर डालने और लोगों से उनकी पहचान करने के लिए कहने की योजना बना रहा है।
 
पाकिस्तान में इन 17 भारतीय कैदियों में चार महिलाएं हैं, जिनकी पहचान गुल्लु जान, अजमीरा, नकाया और हसीना के रूप में हुई है। अन्य सोनू सिंह, सुरिंदर महतो, प्रह्लाद सिंह, सिलरोफ सलीम, बिरजू, राजू, बिपला, रूपी पाल, पनवासी लाल, राजू महौली, श्याम सुंदर, रमेश और राजू राय हैं।
 
सू़त्रों ने कहा कि इन भारतीयों ने अपनी सजा पूरी कर ली है लेकिन उनकी राष्ट्रीयता सत्यापित नहीं होने की वजह से उन्हें भारत नहीं भेजा जा सकता है। पाकिस्तान ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की वार्ता रद्द होने से पहले दोनों देशों के बीच चल रही तनातनी के बीच इन कैदियों के लिए दूतावास संपर्क की अनुमति दी थी।
 
पिछले साल भारत सरकार ने कहा था कि करीब 350 मछुआरों समेत करीब 403 भारतीय पाकिस्तानी जेलों में विभिन्न अपराधों को लेकर बंद हैं। उनमें से कई मानसिक रूप से अस्वस्थ हैं।
 
दो अगस्त को पाकिस्तान ने 163 भारतीय मछुआरों को सद्भावना के तौर पर रिहा किया था जिन्हें अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा का उल्लंघन करने को लेकर पकड़ा गया था। 7 अगस्त को भारत ने 16 पाकिस्तानी कैदियों को छोड़ा था जिनकी राष्ट्रीयता की पाकिस्तानी अधिकारियों ने पुष्टि की थी।
 
सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा प्रदत्‍त तस्वीरों में उनमें से कई वृद्ध जान पड़ते हैं। ये दूतावास संपर्क के दौरान कोई अन्य ब्योरा नहीं दे पाए। (भाषा)

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