पाकिस्तान का झूठ बेनकाब, सैटेलाइट तस्वीरों ने उड़ाईं ना'पाक झूठ की धज्जियां

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 16 मई 2025 (18:40 IST)
Pakistans lies exposed: भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले सैन्य टकराव ने पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। अमेरिकी मीडिया, विशेष रूप से न्यूयॉर्क टाइम्स और वॉशिंगटन पोस्ट की ताजा रिपोर्ट्स ने उपग्रह चित्रों के आधार पर इस टकराव में भारत की रणनीतिक सफलता की पुष्टि की है। इन रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सैन्य सुविधाओं और हवाई अड्डों को निशाना बनाकर 'स्पष्ट बढ़त' हासिल की है। इससे पाकिस्तानी झूठ पूरी तरह बेनकाब हो गया है।
 
पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार ने भी फर्जी रिपोर्ट्‍स का हवाला देकर अपनी सेना की झूठी तारीफ की थी। दूसरी ओर, पाकिस्तान एयरफोर्स के पूर्व चीफ मार्शल मसूद अख्तर ने भी पाकिस्तानी दावे की पोल खोलते हुए कहा है कि पाकिस्तान के भोलारी एयरबेस पर 4 ब्रह्मोस मिसाइलों से हमला हुआ था। इससे पाकिस्तान को काफी नुकसान हुआ था, उसके सैनिकों की भी मौत हुई थी।  ALSO READ: तुर्किए पर भारत के तीखे तेवर, पाकिस्तान की हिमायत पड़ी भारी, विश्वविद्यालयों ने तोड़े रिश्ते, राजदूत समारोह स्थगित
 
पाकिस्तान को भारी नुकसान : न्यूयॉर्क टाइम्स की एक विस्तृत रिपोर्ट में उच्च-रिज़ॉल्यूशन उपग्रह फोटो का हवाला देते हुए बताया गया है कि भारतीय हमलों ने पाकिस्तान को काफी नुकसान पहुंचाया है। हमलों से पहले और बाद की तस्वीरों से यह स्पष्ट होता है कि पाकिस्तान के कई सैन्य ठिकानों, विशेष रूप से हवाई अड्डों को गंभीर नुकसान हुआ। वाशिंगटन पोस्ट के विश्लेषण ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि भारतीय हमलों से पाकिस्तान के 6 हवाई अड्डे प्रभावित हुए, जिनमें तीन हैंगर, दो रनवे और वायुसेना द्वारा उपयोग किए जाने वाले मोबाइल भवन भी तबाह हुए हैं। 
 
अल्बानी विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर क्रिस्टोफर क्लारी ने उपग्रह सबूतों के आधार पर कहा कि भारतीय सेना ने पूर्वी पाकिस्तान में कई ठिकानों पर पाकिस्तान वायु सेना को क्षति पहुंचाई। हालांकि यह विनाशकारी नहीं थी। यह दर्शाता है कि भारत ने अपनी सैन्य रणनीति में सटीकता और प्रभावशीलता पर जोर दिया, जिससे पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई की क्षमता पर असर पड़ा। ALSO READ: विदेश मंत्री डार ने बताया, भारत से किस तरह की वार्ता चाहता है पाकिस्तान?
 
पाकिस्तान के दावों की हकीकत : पाकिस्तानी अधिकारियों ने दावा किया था कि उनकी सेना ने भारत के उधमपुर हवाई अड्डे को नष्ट कर दिया। हालांकि, न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट ने 12 मई की उपग्रह तस्वीरों के आधार पर इस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें उधमपुर हवाई अड्डे को कोई नुकसान नहीं हुआ। यह खुलासा पाकिस्तान के प्रचार तंत्र की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है और भारत की रक्षात्मक ताकत को रेखांकित करता है।
 
परमाणु सुविधाओं पर IAEA का बयान : टकराव के दौरान यह अफवाहें भी उड़ीं कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारतीय मिसाइलों ने पाकिस्तान के सरगोधा में किराना हिल्स पर हमला किया, जिससे रेडियोधर्मी रिसाव हुआ। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की किसी भी परमाणु सुविधा से विकिरण रिसाव या उत्सर्जन की कोई घटना नहीं हुई। यह बयान न केवल इन अफवाहों को खारिज करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत ने अपने हमलों में परमाणु सुविधाओं को निशाना बनाने से परहेज किया, जो उसकी जिम्मेदार सैन्य नीति को दर्शाता है।
 
भारत की रणनीतिक सफलता के मायने : इस टकराव में भारत की सैन्य रणनीति की सफलता कई स्तरों पर महत्वपूर्ण है। पहला, उपग्रह चित्रों से सिद्ध होता है कि भारत ने सटीक और लक्षित हमलों के जरिए पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को कमजोर किया। दूसरा, पाकिस्तान के दावों का खंडन भारत की सूचना युद्ध में भी बढ़त को दर्शाता है। तीसरा, IAEA का बयान भारत की सैन्य कार्रवाइयों की जिम्मेदारी और नैतिकता को रेखांकित करता है। 
 
हालांकि, यह टकराव दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ा सकता है। पाकिस्तान के लिए यह नुकसान उसकी सैन्य और आर्थिक स्थिति को और कमजोर कर सकता है, जबकि भारत की यह सफलता क्षेत्रीय शक्ति संतुलन में उसकी स्थिति को और मजबूत करती है। 
 
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट्स और उपग्रह चित्रों ने इस सैन्य टकराव में भारत की रणनीतिक और तकनीकी श्रेष्ठता को स्पष्ट कर दिया है। पाकिस्तान को हुए नुकसान ने उसकी सैन्य तैयारियों और प्रचार तंत्र की कमजोरियों को उजागर किया है। दूसरी ओर, भारत ने न केवल अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया, बल्कि जिम्मेदार और नैतिक युद्ध नीति का पालन भी किया। यह घटनाक्रम दक्षिण एशिया में भविष्य के सैन्य और कूटनीतिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। 
Edited by: Vrijendra Singh Jhala 

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