पार्टी के एक कार्यक्रम के बाद अनंतनाग में उन्होंने कहा कि इस समय, पाकिस्तान और अलगाववादियों के साथ वार्ता होनी चाहिए। इसी तरह आतंकवादियों के नेतृत्व से भी वार्ता की जानी चाहिए क्योंकि उनके पास बंदूक है और केवल वहीं बंदूक की संस्कृति को खत्म कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कहीं न कहीं हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के साथ ही आतंकवादियों से भी वार्ता करनी होगी। बहरहाल, पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ‘बहुत जल्दबाजी होगी (आतंकवादियों के साथ वार्ता करना)।’ महबूबा ने कहा कि स्थानीय आतंकवादियों को हिंसा के रास्ते पर चलने से रोका जाना चाहिए। (भाषा)