फिल्म आदिपुरुष के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका

शुक्रवार, 16 जून 2023 (20:05 IST)
petition against film adipurush: बाहुबली फेम प्रभाष की फिल्म 'आदिपुरुष' पर रोक लगाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका में आरोप लगाया है कि फिल्म में रामायण के साथ ही हिन्दू संस्कृति का मजाक उड़ाया गया है। 
 
राष्ट्रीय हिन्दू सेना के अध्यक्ष विष्णु गुप्ता ने याचिका में आरोप लगाया कि फिल्म हिन्दू समुदाय की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया गया है। रामायण का मजाक उड़ाया गया है। दूसरी ओर, नेपाल में फिल्म की स्क्रीनिंग पर रोक लगा दी गई है। 

नेपाल में फिल्म पर रोक : काठमांडू के महापौर बालेंद्र शाह ने भारतीय फिल्म 'आदिपुरुष' के निर्माताओं से सीता के जन्मस्थान को लेकर हुई गलती सुधारने के लिए कहा है, जिसके बाद शहर के सिनेमाघरों में फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है।
 
महापौर शाह ने बृहस्पतिवार को फेसबुक पर लिखा था कि दक्षिण भारतीय फिल्म 'आदिपुरुष' में 'जानकी भारत की बेटी है' पंक्ति न केवल नेपाल, बल्कि भारत में भी नहीं हटाए जाने तक, काठमांडू महानगर में किसी भी हिंदी फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी जाएगी।
 
नेपाल के फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने भी कहा कि सीता को भारत की बेटी बताने संबंधी संवाद में बदलाव किए जाने के बाद ही सिनेमाघरों में फिल्म के प्रदर्शन की अनुमति दी जाएगी। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, माना जाता है कि सीता का जन्म जनकपुर में हुआ था, जो नेपाल में स्थित है। शाह ने फेसबुक पोस्ट में निर्माताओं से तीन दिन में संवाद को बदलने के लिए कहा था।
 
काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने सीता माता को लेकर दिखाए गए तथ्यों पर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा सीता माता नेपाल की थीं। इस बीच, नेपाल में फिल्म की स्क्रीनिंग पर भी रोक लगा दी गई है। सोशल मीडिया पर लोगों ने फिल्म के खिलाफ जमकर टिप्पणिया कीं। नवनीत राय ने लिखा- यह हमारी रामायण के साथ सबसे बड़ा मजाक है। 
 
दूसरी ओर, गोविंद प्रताप सिंह ने मनोज मुंतशिर की फिल्म के डायलॉग के लिए काफी खिंचाई की। सिंह ने लिखा- फिल्म में एक सीन है। इसमें हनुमान जी की पूंछ पर आग लगाई जाती है। रावण का बेटा: 'जली न..जिसकी जलती है..'। हनुमान जी का किरदार : 'कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, आग भी तेरे बाप की, तो जलेगी भी तेरे बाप की.' मनोज शुक्ला.. का संवाद लिखे हो! हद है... 
 
जैकी यादव ने लिखा- मनोज मुंतशिर शुक्ला खुद को ब्राह्मण बोलता है और उसे लगता है वो ब्राह्मण होने के कारण हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ कर सकता है। करोड़ों लोगों की आस्था के साथ मनोज शुक्ला ने खिलवाड़ किया है। इतने बेतुके डायलॉग इस धार्मिक ग्रंथ का अपमान है।
अभिषेक कुमार ने लिखा- मनोज मुंताशिर शुक्ला हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ कर सकता है। करोड़ों लोगों की आस्था के साथ मनोज शुक्ला ने खिलवाड़ किया है। इतने बेतुके डायलॉग इस धार्मिक ग्रंथ का अपमान हैं।
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

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