कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी जी लोगों को यह कहकर गुमराह करते आ रहे हैं कि वह अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं। मोदी का जन्म तेली जति में हुआ था, जिसे 2000 में गुजरात में भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान ओबीसी में शामिल किया गया। इस प्रकार से मोदी जी जन्म से ओबीसी नहीं हैं। राहुल ने कहा कि चूंकि मोदी सामान्य जाति में जन्मे हैं, इसलिए वे कभी भी जाति आधारित जनगणना नहीं करवाएंगे।
ओबीसी से हाथ नहीं मिलाते मोदी : राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ओबीसी से जुड़े लोगों से हाथ तक नहीं मिलाते, वहीं अरबपतियों को गले लगाते हैं। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां पुराने बस अड्डे से यात्रा फिर से शुरू की और एक खुली जीप में किसान चौक की ओर बढ़े। उनके साथ पार्टी नेता अजय कुमार और शरत पटनायक भी थे। यात्रा ने ओडिशा से अपराह्न छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया।
क्या कहा था मोदी ने : जाति आधारित गणना के मुद्दे पर हाल ही में पीएम मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वो खुद ओबीसी हैं। इस पर पलटवार करते हुए राहुल ने कहा था कि ओबीसी हों, दलित हों या आदिवासी, बिना गिनती के उन्हें आर्थिक और सामाजिक न्याय नहीं दिलाया जा सकता। मोदी इनकी गिनती से क्यों डरते हैं?
मोदी ने नेहरू को बताया आरक्षण विरोधी : देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर नेहरू को आरक्षण विरोधी बताते हुए मोदी ने कहा था कि कांग्रेस दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों की जन्मजात विरोध रही है। नेहरूजी कहते थे कि अगर अनुसूचित जाति, जनजाति और ओबीसी को नौकरी में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा।