नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका यात्रा पर रवाना होने से पहले विश्वास व्यक्त किया कि भारत और अमेरिका अधिक शांतिपूर्ण व स्थिर दुनिया के निर्माण में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा से भारत को अवसरों की एक जीवंत भूमि, एक विश्वस्त साझीदार और एक वैश्विक नेता के रूप में पेश किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि ह्यूस्टन कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मौजूदगी एक नया मील का पत्थर होगी। 'हाउडी मोदी' कार्यक्रम में रविवार को 50 हजार से अधिक भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिकों के हिस्सा लेने की संभावना है।
अमेरिका यात्रा पर रवाना होने से पहले मोदी ने भारत-अमेरिका संबंधों का उल्लेख करते हुए कहा कि दोनों राष्ट्र एक साथ मिलकर काम कर अधिक शांतिपूर्ण, स्थिर, सुरक्षित, सतत और समृद्ध विश्व बनाने में योगदान कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि मेरी यात्रा भारत को अवसरों की जीवंत भूमि, एक विश्वसनीय साझेदार और एक वैश्विक नेता के रूप में पेश करेगी तथा अमेरिका के साथ हमारे संबंधों को नयी ऊर्जा प्रदान करने में भी मदद करेगी।
ह्यूस्टन के कार्यक्रम में मौजूद रहने के ट्रंप के निर्णय को उन्होंने भारतीय प्रवासियों के लिए सम्मान और अपने लिए खुशी की बात करार दिया।
मोदी ने कहा, 'दोनों देशों और लोगों के लिए ज्यादा लाभ की खातिर हम अपने द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे। हमारे राष्ट्रीय विकास में अमेरिका महत्वपूर्ण साझीदार है और भारत की आर्थिक वृद्धि एवं राष्ट्रीय सुरक्षा में सहायक है।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि ह्यूस्टन में वह अमेरिका की बड़ी ऊर्जा कंपनियों के सीईओ से वार्ता करेंगे ताकि भारत- अमेरिका ऊर्जा सहयोग को बढ़ाया जा सके। न्यूयॉर्क में मोदी संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न प्रमुख कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।