उन्होंने कहा कि 'मन की बात' को आप सभी ने जनभागीदारी की अभिव्यक्ति का अद्भुत प्लेटफॉर्म बना दिया है। हर महीने लाखों संदेशों में, कितने ही लोगों के मन की बात मुझ तक पहुंचती है। आप अपने मन की शक्ति को जानते ही हैं, वैसे ही समाज की शक्ति से कैसे देश की शक्ति में बढ़ती है ये हमने 'मन की बात' के अलग-अलग एपिसोड में देखा है, समझा है और स्वीकार भी किया है।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि मुझे वो दिन याद है,जब हमने 'मन की बात' में भारत के पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन की बात की थी। उस समय देश में एक लहर सी उठ गई भारतीय खेलों के जुड़ने की, इनमें रमने की, सीखने की।