PM Modi in Khajuraho : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मध्य प्रदेश के खजुराहो में केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना की आधारशिला रखी। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में फ्लोटिंग सोलर प्रोजेक्ट को भी ऑनलाइन माध्यम से राष्ट्र को समर्पित किया।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि आज सात दशक बाद भी देश के अनेक राज्यों के बीच पानी को लेकर कुछ न कुछ विवाद है। जब पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक, कांग्रेस का राज था, तब ये विवाद आसानी से सुलझ सकते थे। लेकिन कांग्रेस की नीयत खराब थी इसलिए उसने कभी भी ठोस प्रयास नहीं किए।
उन्होंने कहा कि जब देश में अटल जी की सरकार बनी, तब उन्होंने पानी से जुड़ी चुनौतियों को हल करने के लिए गंभीरता से काम शुरू किया था। लेकिन 2004 में जैसे ही कांग्रेस की सरकार बनी, कांग्रेस ने अटल जी के सभी प्रयासों को ठंडे बस्ते में डाल दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दशकों तक, मध्य प्रदेश के किसानों, माताओं और बहनों ने बूंद बूंद पानी के लिए संघर्ष किया। क्योंकि कांग्रेस ने कभी जल संकट के स्थाई समाधान के लिए सोचा ही नहीं। अतीत में कांग्रेस सरकारें, घोषणाएं करने में माहिर हुआ करती थीं। घोषणाएं करना, फीता काटना, दीया जलाना, अखबार में तस्वीर छपवा देना... उनका (कांग्रेस) काम वहीं पूरा हो जाता था और उसका फायदा लोगों को नहीं मिल पाता था।
उन्होंने कहा कि आज श्रद्धेय अटल जी की जन्मजयंती है। आज भारत रत्न अटल जी के जन्म के सौ साल हो रहे हैं। अटल जी की जयंती का ये पर्व, सुशासन की हमारी प्रेरणा का भी पर्व है। सुशासन का मतलब भी यही है कि अपने ही हक के लिए नागरिकों को सरकार के सामने हाथ न फैलाना पड़े, सरकारी दफ्तरों के चक्कर न काटने पड़ें। यही तो शत प्रतिशत लाभार्थी को शत प्रतिशत लाभ से जोड़ने की हमारी नीति है।
मध्यप्रदेश के 44 लाख लोगों को मिलेगा पानी : केंद्रीय जलशक्ति सी.आर. पाटिल और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मोदी को क्रमशः बेतवा और केन नदियों के जल से भरे दो कलश सौंपे, जिन्हें मोदी ने महत्वाकांक्षी परियोजना की सांकेतिक शुरुआत करते हुए परियोजना के एक मॉडल पर डाला। अधिकारियों ने बताया कि इस परियोजना के तहत मध्य प्रदेश के दस जिलों के करीब 44 लाख और उत्तर प्रदेश के 21 लाख लोगों को पेयजल उपलब्ध होगा। उन्होंने बताया कि इस परियोजना पर कुल 44,605 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। इस परियोजना से 2,000 गांवों के करीब 7.18 लाख किसान परिवारों को लाभ मिलेगा। इससे 103 मेगावाट जलविद्युत और 27 मेगावाट सौर ऊर्जा भी पैदा होगी।
अटल जी की स्मृति में सिक्का जारी : प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी पर उनकी स्मृति में एक स्मारक टिकट और सिक्का भी जारी किया। तत्कालीन वाजपेयी सरकार ने सिंचाई जरूरतों के साथ-साथ बाढ़ से निपटने के लिए नदियों को जोड़ने का प्रस्ताव रखा था। प्रधानमंत्री मोदी ने खजुराहो कार्यक्रम में 437 करोड़ रुपए की लागत से 1,153 अटल ग्राम सेवा सदनों के निर्माण के लिए भी भूमिपूजन किया।