उन्होंने मोबाइल का उदाहरण देते हुए कहा कि बीस साल पहले किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि सवा सौ करोड आबादी वाले इस देश के हर आदमी के हाथ में मोबाइल भी हो सकता है। लेकिन अब यह हमारी जरूरत बन गया है और उन्हें उम्मीद है कि यह कैशलेस व्यवस्था भी आने वाले समय में ऐसा ही जरूरत बन जाएगी। (वार्ता)