मोदी का यह बयान विपक्ष के इन आरोपों की पृष्ठभूमि में आया है कि देश में जो कोई भी सरकार या उसकी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाता है, उसको कुछ लोग राष्ट्रविरोधी करार देते हुए देश छोड़ने की सलाह देने लगते हैं।
संविधान दिवस पर संविधान के प्रति प्रतिबद्धता जताने और डॉ. बीआर अम्बेडकर की 125वीं जयंती के अवसर पर राज्यसभा में तीन दिनों तक हुई चर्चा का जवाब देते हुए मोदी ने कहा, 'भारत के 125 करोड़ नागरिकों में से किसी की भी देशभक्ति पर शक करने का कोई कारण नहीं है और न ही कोई संदेह कर सकता है। हर समय किसी को अपनी देशभक्ति का सबूत देने की आवश्यकता नहीं है।'