मणिपुर वीडियो पर बवाल, पीएम मोदी को आया गुस्सा, शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई

Webdunia
गुरुवार, 20 जुलाई 2023 (10:57 IST)
Manipur Video News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर वीडियो मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मेरा हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा हुआ है। उन्होंने इसे शर्मसार करने वाली घटना बताते हुए कहा कि पूरे देश की बेइज्जती हो रही है। किसी भी गुनाहगार को बख्‍शा नहीं जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने भी मामले को संज्ञान लेते हुए इसे परेशान करने वाली घटना बताया। शीर्ष अदालत शुक्रवार को इस मामले में सुनवाई करेगी। 

ALSO READ: मणिपुर वीडियो मामले में क्या बोलीं स्मृति ईरानी?
पीएम मोदी ने कहा कि मणिपुर की जो घटना सामने आई है वो किसी भी सभ्य समाज के लिए ये शर्मसार करने वाली घटना है। गुनाह करने वाले कितने और कौन हैं, वो अपनी जगह पर हैं पर बेइज्जती पूरे देश की हो रही है।
 
उन्होंने कहा कि सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह किया कि वो अपने राज्यों में कानून व्यवस्थाओं को और मजबूत करें। खासतौर पर हमारी मातओं-बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाए।
 
अमित शाह ने सीएम से की बात : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दो महिलाओं के साथ क्रूरता के हालिया वायरल वीडियो पर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह से बात की है। इस बीच मणिपुर पुलिस ने 2 जनजातीय महिलाओं को निर्वस्त्र कर उनकी परेड कराने और उनसे छेड़छाड़ करने की 4 मई की घटना के कथित मुख्य साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया।
 
सुप्रीम कोर्ट ने मामले को लिया संज्ञान : इधर सुप्रीम कोर्ट के CJI ने कहा कि मणिपुर में 2 महिलाओं को नग्न कर घुमाने का जो वीडियो सामने आया है, परेशान करने वाला है। ऐसी घटना स्वीकार्य नहीं। इस मामले में शीर्ष अदालत केंद्र और राज्य सरकार से जवाब मांगा। पूछा कि मामले में क्या क्या कदम उठाए। इस मामले में अगली सुनवाई शुक्रवार को होगी।

ALSO READ: मल्लिकार्जुन खरगे का ट्वीट, मणिपुर में खत्म हुई मानवता
खरगे बोले मणिपुर में मानवता खत्म : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट किया, 'मणिपुर में मानवता खत्म हो गई। मोदी सरकार और भाजपा ने राज्य के नाजुक सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करके लोकतंत्र और कानून के शासन को भीड़तंत्र में बदल दिया है।'
 
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी, भारत आपकी चुप्पी को कभी माफ नहीं करेगा। यदि आपकी सरकार में जरा भी विवेक या शर्म बची है, तो आपको संसद में मणिपुर के बारे में बोलना चाहिए और केंद्र एवं राज्य दोनों में अपनी दोहरी अक्षमता के लिए दूसरों को दोष दिए बिना देश को बताना चाहिए कि क्या हुआ। आपने अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी त्याग दी है। संकट की इस घड़ी में हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta 

सम्बंधित जानकारी

अगला लेख