उन्होंने कहा कि 15 साल पहले आतंकियों ने मुंबई को, पूरे देश को थर्रा कर रख दिया था, लेकिन ये भारत का सामर्थ्य है कि हम उस हमले से उबरे और अब पूर हौसले के साथ आतंक को कुचल भी रहे हैं। मुंबई हमले में अपना जीवन गंवाने वाले सभी लोगों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं।
जख्मों को याद रखेगा भारत : इससे पहले भाजपा ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि भारतीय इतिहास का वह काला दिन, जिसे भुलाया नहीं जा सकता। जब यूपीए सरकार की नाकामियों का खामियाजा देश की मासूम जनता को उठाना पड़ा था। देश इन जख्मों को याद रखेगा।
उल्लेखनीय है कि 15 साल पहले 26 नवंबर को देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में घुसे लश्कर के 10 आतंकियों ने जमकर तबाही मचाई। पाकिस्तान प्रायोजित इस आतंकवादी हमले में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 300 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
सुरक्षाबलों ने 3 दिनों तक चली मुठभेड़ में 9 आतंकियों को ढेर कर दिया और अजमल कसाब को गिरफ्तार जिंदा पकड़ा गया। उसे 2012 में फांसी दी गई। संयुक्त पुलिस कमिश्नर हेमंत करकरे, सहायक पुलिस कमिश्नर अशोक काम्टे, इंस्पेक्टर विजय सालसकर, मेजर संदीप उन्नीकृष्णन, हवलदार गजेन्द्रसिंह, एएसआई तुकाराम ओंबले समेत कई जांबाजों ने कुर्बानियां दी थीं।