नए साल में PM मोदी का नया कोरोना मंत्र- दवाई भी, कड़ाई भी...

Webdunia
गुरुवार, 31 दिसंबर 2020 (16:47 IST)
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में कोरोनावायरस (Coronavirus)  संक्रमण के नए मामलों की संख्या कम हो रही है,  लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि लोग लापरवाही बरतें। उन्होंने नए साल में ‘दवाई भी, कड़ाई भी’ का मंत्र देते हुए टीकाकरण के बाद भी सावधानी बरतने का देशवासियों से आग्रह किया।
 
प्रधानमंत्री ने राजकोट में एम्स की आधारशिला रखने के बाद यह विश्वास व्यक्त किया कि कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान को सफल बनाने के लिए भी पूरा भारत एकजुटता से आगे बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के टीके को लेकर भारत में सभी जरूरी तैयारियां चल रही हैं और भारत में निर्मित टीका हर घर तक पहुंचे, इसके लिए कोशिशें अंतिम चरण में है।
 
पहले कहा था : मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि इससे पहले मैंने कहा था कि ‘दवाई नहीं, तो ढिलाई नहीं’। अब मैं कह रहा हूं कि ‘दवाई भी और कड़ाई भी’। कड़ाई यानी सावधानी भी'। वर्ष 2021 के लिए हमारा मंत्र है ‘दवाई भी और कड़ाई भी’।’’
 
अफवाहों से सावधान : उन्होंने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि कि कोरोना के टीके को लेकर विभिन्न लोग विभिन्न प्रकार की अफवाहें भी फैला सकते हैं लेकिन देशवासियों को इनसे सावधान रहना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि कुछ लोग तो अभी से अफवाहें फैलाने लगे हैं। कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई एक अज्ञात दुश्मन के खिलाफ है। इस तरह की अफवाहों को लेकर सावधान रहें और जिम्मेदार नागरिक होने के नाते सोशल मीडिया पर बिना जांच किए मैसेज फारवर्ड करने से परहेज करें।
 
उन्होंने कहा कि मुश्किल भरे इस साल ने दिखाया है कि भारत जब एकजुट होता है तो मुश्किल से मुश्किल संकट का सामना भी वह प्रभावी तरीके से कर सकता है। उन्होंने कहा कि हम भारत में चिकित्सा शिक्षा में सुधार के लिए मिशन मोड में काम कर रहे हैं। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के गठन के बाद स्वास्थ्य शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार होगा।
 
201 एकड़ में एम्स : राजकोट में एम्स के लिए 201 एकड़ से अधिक जगह आवंटित की गई है और यह लगभग 1,195 करोड़ रुपए की लागत से बनेगा। संस्थान का निर्माण 2022 के मध्य तक पूरा होने की उम्मीद है। इस आधुनिक अस्पताल में 750 बिस्तर होंगे जिनमें से 30 बिस्तर आयुष ब्लॉक में होंगे। इसमें एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 125 और नर्सिंग पाठ्यक्रम के लिए 60 सीट होंगी।

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