पीएम मोदी ने सुनाई 3 प्रेरणादायी कहानियां, क्यों खास हैं कैसमी का संगीत और आकर्षणा का किताबों से प्यार?

Webdunia
रविवार, 24 सितम्बर 2023 (11:47 IST)
PM Modi Mann ki Baat : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हुए 3 प्रेरणादायी कहानियां सुनाई। एक कहानी जर्मनी की 21 साल की कैसमी की है तो दूसरी 11 साल की आकर्षणा सतीश की। पश्चिम बंगाल की शकुंतला की कहानी भी है बेहद खास।
 
क्या है कैसमी की कहानी : पीएम मोदी ने कहा कि 21 साल की कैसमी इन दिनों इंस्टाग्राम पर खूब छाई हुई है। जर्मनी की रहने वाली कैसमी कभी भारत नहीं आई है, लेकिन, वो, भारतीय संगीत की दीवानी है, जिसने, कभी भारत को देखा तक नहीं, उसकी भारतीय संगीत में ये रूचि, बहुत ही प्रेरणादायी है।
 
उन्होंने बताया कि कैसमी देख नहीं पाती लेकिन ये मुश्किल चुनौती उन्हें असाधारण उपलब्धियां हासिल करने से नहीं रोक पाई। महज 3 साल की उम्र में उन्होंने अफ्रीकन ड्रमिंग की शुरुआत की थी।
 
भारतीय संगीत से उनका परिचय 5-6 साल पहले ही हुआ। भारतीय संगीत ने उनका मन मोह लिया और वे इसमें डूब गईं। उन्होंने तबला बजाना सीखा। वे कई सारी भारतीय भाषाओं में गाने में महारत हासिल कर चुकी है।
 
क्यों खास है आकर्षणा की कहानी : पीएम मोदी ने बताया कि मुझे हैदराबाद में लाइब्रेरी से जुड़े एक ऐसे ही अनूठे प्रयास के बारे में पता चला है। यहां, सातवीं क्लास में पढ़ने वाली बिटिया आकर्षणा सतीश ने तो कमाल कर दिया है। आपको यह जानकार आश्चर्य हो सकता है कि महज 11 साल की उम्र में ये बच्चों के लिए एक-दो नहीं, बल्कि, 7-7 लाइब्रेरी चला रही है।
 
प्रधानमंत्री ने बताया कि आकर्षणा 2 साल पहले अपने माता-पिता के साथ एक कैंसर अस्पताल गई थी। उनके पिता जरूरतमंदों की मदद के लिए वहां गए थे। बच्चों ने वहां उनसे कलरिंग बुक की मांग की। यहीं बात इस छोटी बच्ची को छू गई। उसने अलग अलग तरह की किताबें जुटाने की ठानी।
 
आकर्षणा ने आस पास के घरों से, रिश्तेदारों से और साथियों से किताबें एकत्रित की और कैंसर अस्पताल के मरीजों के लिए पहली लाइब्रेरी खोली। वह 7 लाइब्रेरी संचालित कर रही है इनमें 6 हजार किताबें उपलब्ध है।

कई महिलाओं के लिए प्रेेेेरणा बनीं शकुंतला : पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल की शकुंतला सरदार जी के हुनर का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने उनके पूरे परिवार की जिंदगी बदल दी। वो कई दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। उन्होंने सिलाई मशीन के जरिए 'साल' के पत्तों पर खूबसूरत डिजाइन बनाना शुरू किया। अब वह कई महिलाओं को ट्रेनिंग देने का काम भी कर रही हैं।
Edited by : Nrapendra Gupta  

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