यह घटना बिहार के कटिहार जिले के एक छोटे से गांव से जुड़ी है, जहां तमाम सुविधाओं की कमी से जूझते सिंघारोल गांव के लोगों ने पीएम को भगवान का दर्जा दिया है। मोदी के प्रधानमंत्री बनने से पहले तक यह गांव विकास की दौड़ में बेहद पिछड़ा हुआ था। यहां तक कि गांव में बिजली तक भी नहीं थी।