मंदिर बनाने वाले मयूर मुंडे से यह जानने की कोशिश की गई कि किस कारण से उन्होंने मूर्ति को हटाया है, मगर उनसे संपर्क नहीं हो सका। इस बीच राकांपा के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को यहां औंध इलाके में प्रदर्शन किया।
राकांपा की नगर इकाई के प्रमुख प्रशांत जगताप ने व्यंगात्मक लहजे में कहा कि शहर में आशावाद व्याप्त हो गई है कि (मोदी के लिए मंदिर निर्माण के बाद) अब ईंधन की कीमतों में कमी आएगी, महंगाई घटेगी और लोगों के खातों में 15-15 लाख रुपए आएंगे। हम यहां आए हैं और देखा कि मंदिर से 'भगवान' गायब हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मंदिर का निर्माण बौद्धिक दिवालियेपन का प्रतीक है।
मुंडे ने कहा था कि प्रधानमंत्री बनने के बाद, मोदी ने बहुत सारे विकास कार्य किए हैं और जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को निरस्त करने, राम मंदिर निर्माण और तीन तलाक जैसे मुद्दों को सफलतापूर्वक निपटाया है।