अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को अनुसंधान एवं नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए ठोस प्रयास करने का शनिवार को आह्वान किया। उन्होंने राज्य सरकारों से विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आधुनिक नीतियां बनाने का आग्रह किया। पीएम ने कहा कि 2014 के बाद, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में निवेश तेजी से बढ़ा। 2015 में भारत 81वें स्थान पर था। सरकार के प्रयासों से आज भारत ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में 46वें स्थान पर है।
यहां आयोजित केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान और जय अनुसंधान के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमें इस अमृत काल में भारत को अनुसंधान और नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए विभिन्न मोर्चों पर एकसाथ काम करना होगा। हमें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने शोध को स्थानीय स्तर पर ले जाना है। यह समय की जरूरत है कि सभी राज्य स्थानीय समस्याओं के स्थानीय समाधान खोजने के लिए नवाचार पर जोर दें।
उन्होंने राज्य सरकारों से स्थानीय समस्याओं के समाधान खोजने के लिए विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी से संबंधित आधुनिक नीतियां बनाने का आग्रह करते हुए वैज्ञानिकों के साथ और अधिक सहयोग की आवश्यकता पर बल दिया।
मोदी ने कहा कि नवोन्मेष को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकारों को अधिक से अधिक वैज्ञानिक संस्थानों की स्थापना पर जोर देना चाहिए। राज्यों में उच्च शिक्षण संस्थानों में भी नवोन्मेष प्रयोगशालाओं की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए।