सांसदों ने मंगलवार रात स्पीकर को पत्र लिखकर कहा कि रक्षा, मानवीय एवं आपदा सहायता, अंतरिक्ष सहयोग, संरक्षण एवं नवोन्मेष के क्षेत्र में भारत के साथ हमारे संबंधों की गहराई को देखते हुए हमें लगता है कि संसद के लिए मोदी को प्रत्यक्ष रूप से सुनने का यह एक आदर्श अवसर होगा।