मार्केट एक्सपर्ट आदित्य मानियां जैन ने वेबदुनिया से बातचीत में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था में अभी मंदी न होकर अर्थव्यवस्था में स्लो डाउन है और इसी का इशारा नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने अपने बयान में किया है। वे कहते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था में जो मंदी है उसका सबसे बड़ा कारण ग्लोबल मार्केट में आई मंदी है।
अमेरिका और चीन के बीच पिछले दिनों जो ट्रेड वॉर शुरू हुआ था उसने धीमे-धीमे पूरे विश्व को अपनी चपेट में लिया है। जहां तक भारतीय अर्थव्यवस्था की बात तो देश में इस वक्त कोई बड़ी आर्थिक मंदी जैसे बुरे हालात नहीं हैं लेकिन मार्केट में स्लो डाउन है जिसको जल्दी ही काबू नहीं किया गया तो अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ सकती है।
आदित्य मानियां कहते हैं कि इस वक्त फाइनेंशियल सेक्टर में काफी गिरावट है जिसका असर पूरे बाजार पर पड़ रहा है और धीमे-धीमे मंदी की मार बढ़ती जा रही है। वे कहते हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था को मंदी से बचाने के लिए सरकार को एडिशनल टैक्स को हटाना पड़ेगा, इसके साथ ही फाइनेंशियल सेक्टर के लिए कुछ बड़े पैकेजों की घोषणा करनी पड़ेगी, जिससे कि मार्केट में लिक्विडिटी (तरलता) बढ़े।
वे करते हैं आज सबसे जरूरी है कि बाजार को नकदी के संकट से बचाया जाए और अब वित मंत्रालय की तरफ से ऐसे कुछ संकेत आए हैं, जिससे यह लगता है कि सरकार जल्द ही कुछ बड़े ऐलान कर सकती है जिससे मार्केट में जो स्लो डाउन आया है उसको दूर किया जा सके और मंदी की आहट पर काबू पाया जा सके।
वहीं ऑटोमोबाइल और टेक्सटाइल उद्योग को मंदी की मार से बचाने के लिए भी वे कहते हैं कि बाजार में पैसे की उपलब्धता बढ़ानी होगी जिससे कि वहां न्यू जनरेशन खरीदारी कर सकें। इसके साथ ही सरकार को टैक्सों में भी कुछ कटौती करनी होगी, जिसके कि मंदी की मार से बचा जा सके।