कैडेटों के युवा होने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज इस समय जितने भी युवक-युवतियां एनसीसी या एनएसएस में हैं, उसमें से ज्यादातर इस शताब्दी में ही पैदा हुए हैं और उन्हें ही भारत को 2047 तक सफलता की ओर लेकर जाना है। उन्होंने कहा कि जिस देश का युवा, राष्ट्र प्रथम की सोच के साथ आगे बढ़ने लगता है, उसे कोई दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती।