उन्होंने कहा कि गांधीजी की मूर्ति के सामने बैठकर मुर्गे की दावत कर रहे उन सांसदों से मैं यह पूछता हूं कि उन्हें यहां किस लिए भेजा गया है? क्या उन्हें यहां 'चर्चा' (बहस) के लिए होना चाहिए, या चिकन खाने के लिए?
प्रहलाद जोशी ने कहा कि कांग्रेस नेता अधिरंजन के माननीय द्रौपदी मुर्मू जी के लिए अपमानजनक बयान पर माफी मांगना तो दूर कांग्रेस के नेता बयान का समर्थन करते दिख रहे हैं, स्वयं सोनिया गांधी जी को इस मुद्दे पर सामने आकर माफी मांगनी चाहिए।