जावड़ेकर ने शुक्रवार से यहां शुरू हुए इस हैकेथान के 2 दिवसीय ग्रैंड फिनाले को लांच करने के बाद दिल्ली प्रबंधन संस्थान के प्रतिभागी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हालांकि पेपर लीक को रोकने का सॉल्यूशन तैयार करना इस वर्ष के हैकेथान का विषय नहीं है लेकिन विद्यार्थियों को इसे चुनौती के रूप में स्वीकार करना चाहिए। छात्र यह हैकेथान समाप्त होने के बाद ऐसा सॉल्यूशन तैयार करें जिससे कि परीक्षाओं को लीकप्रूफ बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि हम सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सुपरपॉवर हैं लेकिन गुगल, फेसबुक, व्हॉट्सएप और ट्विटर आदि को भारत में नहीं तैयार किया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि इन सभी नवाचारों के पीछे दिमाग भारतीयों का ही है।