भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि न्यायमूर्ति धींगड़ा आयोग की रिपोर्ट आई है जिसमें साफ तौर पर कहा गया है कि 1984 के सिख जनसंहार के दोषियों पर कार्रवाई करने में कांग्रेस ने कोई रुचि नहीं दिखाई, बल्कि दोषियों को बचाने का प्रयास किया। आयोग ने निष्कर्ष निकाला कि 3000 से अधिक सिखों के सामूहिक हत्याकांड की सही जांच कभी हुई ही नहीं।
उन्होंने कहा कि न्यायमूर्ति धींगड़ा ने सरकार से सिफारिश की है कि सिख जनसंहार को लेकर फिर से प्राथमिकी दर्ज की जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता सैम पित्रोदा ने सिख जनसंहार पर कहा था कि 'हुआ सो हुआ'। इस बयान और कांग्रेस की कारगुजारियां देखें तो इस बात में शक की कोई गुंजाइश नहीं रह जाएगी कि कांग्रेस का हाथ कातिलों के साथ रहा है।