शिवसेना ने कहा कि केवल वोट-बैंक की राजनीति के लिए दलित उम्मीदवार को चुना गया है। इससे पहले पार्टी ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और जानेमाने कृषि विज्ञानी एम एस स्वामीनाथन का नाम इस पद के लिए सुझाया था जिसे स्वीकार नहीं किया गया। शिवसेना 71 वर्षीय कोविंद को समर्थन देने के संबंध में आज अंतिम फैसला करेगी।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने घोषणा के बाद कहा कि भाजपा ने एकपक्षीय फैसला किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं करना चाहती क्योंकि हम राष्ट्रपति चुनाव पर सभी अन्य विपक्षी दलों के साथ आम-सहमति से निर्णय करना चाहते हैं। अंतिम फैसला 22 जून को सभी विपक्षी दलों की बैठक में लिया जाएगा।
विपक्षी दल जिन कुछ नामों पर विचार कर रही है, उनमें पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार, पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे, डॉ. बीआर अंबेडकर के पौत्र प्रकाश अंबेडकर और सेवानिवृत राजनयिक गोपाल कृष्ण गांधी हैं। (भाषा)