नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोबिंद ने गुरुवार देर रात नागरिकता संशोधन बिल को मंजूरी दे दी। इसी बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद 3 देशों के शरणार्थियों को भारत की नागरिकता मिल सकेगी।
इसके साथ ही पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिन्दू, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन और पारसी समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता हासिल करने का रास्ता साफ हो गया है।
उल्लेखनीय है कि बुधवार को ही इस बिल को राज्यसभा में लंबी बहस के बाद मंजूरी मिल गई थी। लोकसभा मंगलवार को ही इस बिल को मंजूरी दे चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नागरिकता (संशोधन) विधेयक के संसद से पारित होने को भारत और इसके करुणा तथा भाईचारे के मूल्यों के लिए ऐतिहासिक दिन करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया कि विधेयक वर्षों तक पीड़ा झेलने वाले अनेक लोगों के कष्टों को दूर करेगा।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राज्यसभा से नागरिकता संशोधन विधेयक के पारित होने को भारत के संवैधानिक इतिहास का काला दिन करार देते हुए कहा था कि यह उस भारत की सोच को चुनौती है जिसके लिए राष्ट्र निर्माता लड़े थे।
असम में विवादास्पद नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज होने के बीच हजारों की संख्या में लोगों ने गुरुवार को गुवाहाटी में कर्फ्यू का उल्लंघन किया और सड़कों पर उतरे। राज्य में पुलिस गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई और सेना की टुकड़ियां फ्लैग मार्च कर रही है।