राष्ट्रपति प्रणब बोले, जितना दिया, उससे कहीं अधिक पाया..

सोमवार, 24 जुलाई 2017 (22:14 IST)
नई दिल्ली। देशवासियों, निर्वाचित प्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों से मिले विश्वास, भरोसे और प्रेम से अभिभूत राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि उन्होंने देश को जितना दिया, उससे कहीं अधिक पाया है और इसके लिए वह लोगों के सदैव ऋणी रहेंगे।
               
पदमुक्त होने की पूर्व संध्या पर राष्ट्र के नाम विदाई संदेश में मुखर्जी ने कहा, मेरे प्रति व्यक्त किए गए विश्वास और भरोसे के लिए मैं भारत की जनता, उनके निर्वाचित प्रतिनिधियों और राजनीतिक दलों के हार्दिक आभार से अभिभूत हूं। मैं उनकी विनम्रता और प्रेम से सम्मानित हुआ हूं। मैंने देश को जितना दिया, उससे कहीं अधिक पाया है। इसके लिए मैं भारत के लोगों के प्रति सदैव ऋणी रहूंगा।
            
मुखर्जी ने उन्हें देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचाने के लिए भी देशवासियों और उनके चुने हुए प्रतिनिधियों के प्रति आभार जताया। उन्होंने देशवासियों का आह्वान किया कि वे राष्ट्र निर्माण के कार्य में जो भी भूमिका निभा रहे हैं, उसे ईमानदारी, समर्पण और संविधान में स्थापित मूल्यों के प्रति दृढ़निष्ठा के साथ निभाएं। (वार्ता)

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