मोदी ने की योगी की तारीफ, कहा- आशा और आकांक्षा की नई डगर पर यूपी

Webdunia
शुक्रवार, 24 मार्च 2023 (22:52 IST)
वाराणसी (उत्तर प्रदेश)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश निराशा की पुरानी छवि से बाहर निकलकर आशा और आकांक्षा की नई दिशा में बढ़ चला है। मोदी शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 1780 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाली 28 विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

इससे पहले मोदी ने संयुक्त राष्ट्र समर्थित संगठन ‘स्टॉप टीबी पार्टनरशिप’ द्वारा आयोजित ‘वन वर्ल्ड टीबी समिट’ को संबोधित करते हुए कहा कि भारत की ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की प्राचीन भावना आधुनिक विश्व को एकीकृत दृष्टिकोण व समाधान दे रही है तथा देश, वर्ष 2025 तक टीबी खत्म करने के लक्ष्य पर काम कर रहा है जबकि वैश्विक लक्ष्य वर्ष 2030 तक टीबी को समाप्त करने का है।

उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना की जो शनिवार को दूसरे कार्यकाल का पहला साल पूरा करने जा रही है। मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की उत्तर प्रदेश सरकार की सराहना करते हुए कहा कि निराशा की पुरानी छवि से बाहर निकलकर यूपी आशा और आकांक्षा की नई दिशा में बढ़ चला है। सुरक्षा और सुविधा जहां बढ़ती है वहां समृद्धि आना तय है। यही उत्तर प्रदेश में होता हुआ दिख रहा है।

मोदी ने स्वयं को प्रधानमंत्री के बजाय ‘सेवक’ कहते हुए कहा कि केंद्र और उत्तर प्रदेश की सरकार गरीबों की सेवा के लिए काम कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि 2014 से पहले बैंक खाता खुलवाना भी एक 'मुश्किल भरा काम' था जबकि अब देश के गरीब से गरीब व्यक्ति के पास भी जन धन बैंक खाता है, जहां सीधे सहायता राशि जमा की जाती है, छोटे किसान, कारोबारी और महिला स्वयं सहायता समूहों को आसानी से मुद्रा योजना के तहत ऋण मिल रहा है।

मोदी ने विपक्ष पर प्रत्यक्ष हमला नहीं किया लेकिन उनके साथ मंच साझा कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर निशाना साधा। संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 'देश ने कल देखा है कि किस तरह से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने संसदीय मर्यादा को ताक पर रखते हुए दलित, गरीब, पिछड़े और वंचितों के खिलाफ बयान दिया और जब न्यायालय की ओर से इसे लेकर ‘खरी खोटी’ सुनाई गई तो कांग्रेस नेता न्यायालय की अवमानना करने पर उतारू हो गए।

योगी आदित्‍यनाथ ने आरोप लगाया, गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ा वर्ग का कोई बेटा अगर देश के सर्वोच्च पद पर जाता है तो कांग्रेस और उसके नेताओं को ये फूटी आंख नहीं सुहाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से देश को बांटने की राजनीति की है। अपने राजनीतिक फायदे के लिए कांग्रेस ने नक्सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा दिया है।

आदित्यनाथ सूरत की एक अदालत द्वारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को मानहानि के चार साल पुराने मामले में दोषी ठहराए जाने के विरोध का जिक्र कर रहे थे, जिसके कारण उन्हें (राहुल) केरल के वायनाड से लोकसभा सदस्यता गंवानी पड़ी। उन्होंने प्रधानमंत्री की मौजूदगी में कहा कि कांग्रेस को गरीबों, दलितों और पिछड़ों का अपमान करने और अदालत के आदेश का विरोध करने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज केंद्र और यूपी में जो सरकार है वह गरीब की चिंता करने वाली सरकार है, गरीब की सेवा करने वाली सरकार है और आप लोग भले प्रधानमंत्री बोले, सरकार बोलें, लेकिन मोदी तो अपने को आपका सेवक ही मानता है। इसी सेवा भाव से मैं काशी, यूपी और देश की सेवा कर रहा हूं। भोजपुरी में अपने भाषण की शुरुआत करते हुए मोदी ने कहा कि 'आप सब लोगन के हमार प्रणाम बा' (आप सभी लोगों को मैं प्रणाम करता हूं)।

उन्होंने कहा कि नवरात्र का पुण्य समय है, आज मां चंद्रघंटा की पूजा का दिन है, यह मेरा सौभाग्य है कि इस पावन अवसर पर आज काशी की धरती पर आप सबके बीच मां चंद्रघंटा के आशीर्वाद से बनारस के सुख-समृद्धि में एक और अध्याय जुड़ रहा है। प्रधानमंत्री ने वाराणसी में बनने जा रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की चर्चा करते हुए कहा कि यूपी आज विकास के हर क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है।

उन्होंने कहा कि एक समय था जब गंगा जी में इसके (पुरातन और आधुनिकता के संगम) बारे में सोचना भी असंभव था लेकिन बनारस के लोगों ने यह भी करके दिखाया और आपके इन्‍हीं प्रयासों से एक वर्ष के भीतर सात करोड़ से अधिक पर्यटक काशी आए और आप मुझे बताइए ये जो सात करोड़ यहां आ रहे वह बनारस में ही तो ठहर रहे, कभी पूड़ी-कचौड़ी खा रहे, कभी जलेबी, लौंग लत्ता का आनंद ले रहे, कभी लस्सी, कभी ठंडई का मजा लिया जा रहा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले आठ-नौ वर्षों में आप गंगा के बदले हुए घाटों के साक्षी बने हैं। अब गंगा के दोनों तरफ पर्यावरण से जुड़ा बड़ा अभियान शुरू होने वाला है। सरकार का प्रयास है कि गंगा के दोनों तरफ पांच किलोमीटर के हिस्से में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाए।

मोदी ने कहा कि बनारस के साथ पूर्वी उत्‍तर प्रदेश कृषि निर्यात का एक बड़ा केन्‍द्र बन रहा है और आज बनारस में फल, सब्जियों की प्रोसेसिंग से लेकर कई आधुनिक सुविधाएं तैयार हुई हैं। बनारस का लंगड़ा आम, गाजीपुरी की भिंडी और जौनपुर की मूली विदेश के बाजारों तक पहुंच रही हैं। दिन में विभिन्न सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों के साथ अपनी बातचीत को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने संतोष व्यक्त किया कि वाराणसी के हजारों नागरिक सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मवेशी और मछली पालने वालों को भी किसान क्रेडिट कार्ड दिए गए हैं। परियोजनाओं की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि इन सभी परियोजनाओं के लिए बनारस और पूर्वांचल के लोगों को बहुत-बहुत बधाई। मोदी ने कहा कि काशी के विकास की चर्चा पूरे देश और दुनिया में हो रही है, जो भी काशी आ रहा है, वह यहां से नई ऊर्जा लेकर जा रहा है।

नौ वर्ष पहले लोगों को आशंका थी, बनारस में बदलाव नहीं हो पाएगा, काशी में कुछ नहीं हो पाएगा लेकिन काशी के लोगों ने अपनी मेहनत से हर आशंका को गलत साबित कर दिया। यहां संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में इन परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।

उन्होंने वाराणसी कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक यात्री रोपवे परियोजना की आधारशिला रखी। इस परियोजना पर करीब 645 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान है। 3.75 किलोमीटर लंबी रोपवे प्रणाली में पांच स्टेशन होंगे। इससे पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और वाराणसी के निवासियों को आवाजाही में आसानी होगी।

प्रधानमंत्री ने 'नमामि गंगे' योजना के तहत भगवानपुर में 55 एमएलडी (मिलियन लीटर प्रतिदिन) क्षमता वाले जल शोधन संयंत्र की आधारशिला भी रखी, जिसका निर्माण 300 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से किया जाएगा। फोटो सौजन्‍य : टि्वटर
Edited By : Chetan Gour (भाषा)

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