भोपाल। पुलवामा हमले और पाकिस्तान के खिलाफ वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद देश का सियासी परिदृश्य एकदम बदल गया है। हाल ही में तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में सत्ता हाथ से गंवाने वाली केंद्र में सत्तारुढ़ बीजेपी जो पुलवामा हमले से पहले बैकफुट पर दिखाई दे रही थी। वहीं बीजेपी अब कांग्रेस पर हमलावर है। मोदी सरकार के पांच साल के कामकाज पर सवाल उठाने वाला विपक्ष अचानक से बैकफुट पर नजर आने लगा है।
रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के गढ़ अमेठी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयर स्ट्राइक के सबूत मांगने पर विपक्ष के नेताओं को जमकर घेरा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की सुरक्षा को लेकर कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर सेना की जरूरतों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सेना ने बुलेटफ्रूफ जैकेट की मांग की थी लेकिन कमीशनखोरी के चलते सेना को जैकेट नहीं दी गई।
राफेल को लेकर राहुल पर निशाना : पाकिस्तान के खिलाफ एयर स्ट्राइक से पहले जिस राफेल को कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लगातार घेर रही थी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार आरोप लगा रहे थे कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राफेल के बारे में क्यों नहीं उनके सवालों का जवाब दे रहे हैं। उसी राफेल डील को लेकर अब प्रधानमंत्री मोदी राहुल पर हमलावर हो गए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष के गढ़ अमेठी से पीएम मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार राफेल पर सोती रही। कांग्रेस ने कमीशन के चलते राफेल सौदा नहीं होने दिया। पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने आते ही राफेल सौदे में तेजी लाई और जल्द ही पहला राफेल उड़ान भरेगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने एक कार्यक्रम में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए तनाव पर बोलते हुए कहा कि अगर देश के पास राफेल होता तो नतीजे कुछ और ही होते। पीएम ने कांग्रेस पर स्वार्थ की राजनीति करने और देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया था। वहीं राफेल पर पीएम के इस बयान के बाद पलटवार करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा था कि राफेल विमानों के आने में देरी के लिए सिर्फ पीएम मोदी जिम्मेदार हैं।
इस वार-पलटवार के बाद इतना तो तय है कि राहुल गांधी जिस राफेल के मुद्दे को लेकर पिछले लंबे समय से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोल रहे थे और कांग्रेस जिस राफेल सौदे को बीजेपी के खिलाफ अपना सबसे बड़ा हथियार मान रहा था। अब वो राफेल सौदा सिर्फ कांग्रेस के लिए नहीं बीजेपी के लिए लोकसभा चुनाव में बड़ा मुद्दा होगा। बीजेपी राफेल को देश की सुरक्षा की जरूरत बताकर लोगों को ये बताने की कोशिश करेगी कि कांग्रेस ने जानबूझकर राफेल सौदा नहीं होने दिया, जिससे वायुसेना की जरूरतों को समय पर पूरा नहीं किया जा सका।