आज से नए संसद भवन में कार्यवाही, नई संसद तक पैदल जाएंगे PM और सांसद

मंगलवार, 19 सितम्बर 2023 (00:15 IST)
new Parliament House: संसद के विशेष सत्र के पहले दिन लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकसभा को सूचित किया कि मंगलवार से सदन की कार्यवाही नए भवन में संचालित होगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी सदस्य नए संसद भवन में नई आशाओं, नई उम्मीदों के साथ प्रवेश करेंगे। बिरला ने विश्वास व्यक्त किया कि नए भवन में भारत का लोकतंत्र नई ऊंचाईयां प्राप्त करेगा।
 
सदन को सम्बोधित करते हुए बिरला ने कहा कि संसद भवन स्वतंत्रता प्राप्ति की ऐतिहासिक घड़ी से लेकर भारत के संविधान निर्माण की सम्पूर्ण प्रक्रिया और इसके साथ आधुनिक राष्ट्र की गौरवशाली लोकतांत्रिकक यात्रा का साक्षी रहा है।
 
16 पूर्व अध्यक्षों को याद किया : स्वतंत्र भारत की प्रथम लोकसभा के अध्यक्ष गणेश वासुदेव मावलंकर को याद करते हुए बिरला ने कहा कि देश की सर्वोच्च लोकतांत्रिक संस्था के प्रथम अध्यक्ष के रूप में उन्होंने नियम समिति, विशेषाधिकार समिति, कार्य मंत्रणा समिति सहित कई अन्य संसदीय समितियों की स्थापना की और सदन के अंदर उच्चतम परंपराओं की नींव रखी। अन्य सभी पूर्व लोकसभा अध्यक्षों के योगदान का उल्लेख करते हुए बिरला ने कहा कि उनसे पूर्व 16 अध्यक्षों ने संसद की श्रेष्ठ परम्पराएं स्थापित की हैं।
 
सदन को संवाद संस्कृति का जीवंत प्रतीक बताते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि विभिन्न दलों के बीच सहमति-असहमति के बीच पिछले 75 वर्षों में देशहित में सामूहिकता से निर्णय लिए गए तथा संसदीय विचार-विमर्श की पद्धति से देश की जनता के जीवन में सामाजिक आर्थिक बदलाव के लिए कानून बनाए गए। उन्होंने कहा कि आपदा और संकट के समय में भी सदन ने एकजुटता और प्रतिबद्धता से उनका सामना किया है।
 
बिरला ने घोषणा की कि सदन की अगली बैठक मंगलवार को अपराह्न एक बजकर 15 मिनट पर शुरू होगी। धनखड़ ने उच्च सदन की कार्यवाही को स्थगित करते हुए घोषणा की कि सदन की अगली बैठक मंगलवार को अपराह्न सवा दो बजे शुरू होगी। संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक चलने का कार्यक्रम है। 
 
तख्तियां लाने का सिलसिला थमेगा : बिरला ने कहा कि सदस्यों से अपेक्षा है कि नए भवन में तख्तियां लाने और नियोजित ढंग से सदन स्थगित कराने का सिलसिला थम जाएगा। उन्होंने कहा कि हम जब नए भवन में प्रवेश करने जा रहे हैं तब इस भवन की स्मृतियां हमारी स्मृति में सदैव अंकित रहेंगी। उन्होंने कहा कि हम नए भवन में हमारे संसदीय लोकतंत्र की यात्रा शुरू करेंगे। हम नए भवन में नए प्रतिमान स्थापित करेंगे। आप श्रेष्ठ परंपराओं को स्थापित करेंगे, ऐसी मेरी अपेक्षा है।
 
50 प्रतिशत से अधिक होगी बिजली की बचत : नए संसद भवन की रोशनी व्यवस्था में ऊर्जा दक्षता प्रमुख केंद्र रहेगी और इससे पारंपरिक प्रणाली की तुलना में बिजली की खपत 50 प्रतिशत कम होगी। नए संसद भवन का उद्घाटन इस साल मई में किया गया था। इसमें बहुत सारी अनुकूलित प्रकाश व्यवस्था और यहां तक कि झूमर भी लगे हैं।
 
पैनासोनिक लाइफ सॉल्यूशंस के कारोबार समूह प्रमुख-लाइटिंग प्रभाग राजा मुखर्जी ने कहा कि हम ऐसे उत्पाद मुहैया कर रहे हैं, जो बेहद ऊर्जा कुशल हैं। हमने उत्पादों के साथ सेंसर को जोड़ा है और इससे इसका पूर्ण समाधान भी मिला। उन्होंने कहा कि इसमें डेलाइट इंटिग्रेशन सेंसर और मोशन ऑक्यूपेंसी सेंसर हैं, जो कुल ऊर्जा बचत में इजाफा करते हैं। पैनासोनिक ने प्रकाश नियंत्रण पहलू पर काम किया है, न कि संपूर्ण प्रकाश व्यवस्था पर।
 
मुखर्जी ने कहा कि पारंपरिक प्रणाली से हटकर जब आप एलईडी का इस्तेमाल करते हैं, तो आप पहले से ही करीब 50 प्रतिशत ऊर्जा बचाते हैं और इसके अलावा इन नियंत्रणों के साथ आप 15-20 प्रतिशत तक अतिरिक्त ऊर्जा बचा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रणाली पर काम लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन ‘साइट’ को अभी आधिकारिक तौर पर सौंपा जाना बाकी है। (एजेंसी/वेबदुनिया)

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