ममता जब ऑक्सफोर्ड युनिवर्सिटी के केलॉग कॉलेज में बंगाल की 'स्वास्थ्य साथी' और 'कन्याश्री' योजनाओं का जिक्र कर रही थीं तभी कुछ लोगों ने विरोध शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारियों ने हाथ में तख्तियां लेकर आरजी कर कॉलेज और घोटालों से जुड़े मामले उठाए। इस पर ममता ने उन्हें भारत जाकर अपना संगठन मजबूत करने की सलाह दी।
जब प्रदर्शनकारियों ने आरजी कर का मुद्दा उठाया तो मुख्यमंत्री ने पलटवार करते हुए कहा कि थोड़ा जोर से बोलिए, मैं आपकी बात नहीं सुन पा रही हूं। मैं आपकी हर बात सुनूंगी। क्या आपको पता है कि यह मामला लंबित है?
कार्यक्रम के दौरान जब एक व्यक्ति ने टाटा के नैनो प्रोजेक्ट के बंगाल से बाहर जाने पर सवाल किया, तो ममता ने कहा कि टाटा और कॉग्निजेंट अभी भी बंगाल में काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल करने वाले व्यक्ति को मिठाई देने की बात कहते हुए माहौल को हल्का करने की कोशिश की।
ममता बनर्जी के भाषण के दौरान हुए विरोध प्रदर्शन को लेकर कॉलेज प्रशासन ने ममता बनर्जी से माफी मांगी। हालांकि, ममता ने मंच से सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि आपने मुझे अपमानित किया, इसके लिए धन्यवाद।