प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में यहां हुई मंत्रिमंडल की बैठक में यह मंजूरी दी गई। बैठक के बाद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने बताया कि बैंकों के विलय का उद्देश्य मजबूत बैंकों का गठन है, जो किसी संकट की स्थिति में भी सुदृढ़ बने रहें। उन्होंने कहा कि अब तक (बैंकों के) विलय का हमारा अनुभव अच्छा रहा है। (वार्ता)