नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 42 जवानों के शहीद होने के बाद देशभर में गुस्सा है। देश की जनता सड़कों पर निकलकर सरकार से मांग कर रही है कि जवानों की शहादत का बदला लिया जाए। मोदी सरकार इसके लिए एक्शन मोड में आ गई है। शनिवार को सर्वदलीय बैठक के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह के घर पर एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में NSA-RAW और IB के प्रमुख मौजूद थे।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को उनके घर पर एक उच्च स्तरीय बैठक की। सूत्रों के अनुसार इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह सचिव राजीव गौबा, रॉ प्रमुख अनिल धस्माना, खुफिया ब्यूरो के अतिरिक्त निदेशक अरविंद कुमार मौजूद थे।
खुफिया अधिकारियों ने सिंह को आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की नई रणनीति से अवगत कराया जिसके तहत वह स्थानीय तथा नए युवाओं की भर्ती कर रहा है जिनका कोई पूर्व रिकॉर्ड नहीं है। उन्हें यह भी बताया गया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने विस्फोट स्थल से पर्याप्त फॉरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए हैं। इन साक्ष्यों से भी पता चलता है कि हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ हो सकता है।
लोकसभा चुनाव से पहले हो पाकिस्तान में भी शोकसभा : गुजरात के वरिष्ठ मंत्री गणपतसिंह वसावा ने कहा कि पुलवामा हमले के लिए पाकिस्तान के खिलाफ एक जवाबी कार्रवाई जरूरी है, चाहे इसकी कीमत आगामी लोकसभा चुनाव में विलंब के रूप में चुकानी पड़े। गुजरात के वन, आदिवासी विकास एवं पर्यटन मंत्री वसावा ने सूरत में एक जनसभा में जैसे को तैसा जवाब की पैरवी की। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले पाकिस्तान में भी एक शोकसभा होनी चाहिए।