नई दिल्ली। कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि विपक्षी गठबंधन का नाम 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया)' रखने का सुझाव राहुल गांधी द्वारा दिया गया, हालांकि यह सामूहिक रूप से तय किया गया। दूसरी तरफ विदुथलाई चिरुथैगल काची (वीसीके) के नेता थोल थिरुमावलवन ने कहा कि इस नाम का प्रस्ताव तृणमूल कांग्रेस पार्टी की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दिया था।
सूत्रों का कहना है कि पहले इस गठबंधन का नाम 'इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्लूसिव एलायंस' (इंडिया) रखने का विचार था, लेकिन कुछ नेताओं का तर्क था कि 'डेमोक्रेटिक' शब्द रखने से भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले 'नेशनल डेमोक्रेटिक एलायंस' (राजग) का भाव आता है। इसके बाद 'डेमोक्रेटिक' के स्थान पर ' डेवलपमेंटल' किया गया।
सूत्रों ने बताया कि यह भी चर्चा की गई थी कि क्या 'नेशनल' शब्द को भी हटाया जाए, हालांकि बाद में इसे बनाए रखने का फैसला हुआ।
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने बातचीत में गठबंधन के नाम के संदर्भ में कहा कि यह सामूहिक प्रयास है। हम कोई श्रेय नहीं ले रहे हैं, लेकिन यह विचार राहुल गांधी की तरफ से आया था। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई किसके बीच है? यह लड़ाई 'एनडीए और इंडिया' के बीच है, यह लड़ाई भारत की अवधारणा के लिए है, यह लड़ाई भारत की आवाज के लिए है, यह लड़ाई भारत के संविधान के लिए है।
वीसीके के नेता थोल थिरुमावलवन ने कहा है कि ममता बनर्जी ने 'इंडिया' नाम रखने का प्रस्ताव दिया था जिसका सभी ने समर्थन किया। सूत्रों का कहना है कि 'इंडिया' के लिए जल्द ही एक टैगलाइन तय की जाएगी जो संभवत: हिंदी में होगी। सूत्रों का कहना है कि एक नेता का सुझाव था कि गठबंधन का नाम 'इंडियाज मेन फ्रंट' (आईएमएफ) रखा जाए तथा कुछ ने 'इंडियन पीपुल्स फ्रंट', 'इंडियन प्रोग्रेसिव फ्रंट' और 'वी फॉर इंडिया' रखने की पैरवी की थी।(भाषा)