राहुल गांधी को आखिर अब क्यों जरूरत पड़ी उपनिषद और गीता पढ़ने की...

सोमवार, 5 जून 2017 (09:00 IST)
चेन्नई। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और भाजपा का मुकाबला करने के लिए आजकल वह उपनिषद और गीता पढ़ रहे हैं। यह बड़ा सवाल है कि आखिर अब तक क्यों नहीं उन्होंने उपनिषद और गीता को पढ़ा?
 
चेन्नई में पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, 'इन दिनों मैं उपनिषद और गीता पढ़ रहा हूं, क्योंकि मैं आरएसएस और भाजपा से लड़ रहा हूं।'
 
पार्टी सूत्रों ने राहुल के हवाले से कहा, 'मैं उनसे (आरएसएस के लोगों से) पूछता हूं, मेरे दोस्त, आप ऐसा कर रहे हैं, आप लोगों को दबा रहे हैं, लेकिन उपनिषद में लिखा है कि हर व्यक्ति समान है, तो फिर आप अपने ही धर्म में कही गई बात को कैसे झुठला रहे हैं।' क्या राहुल गांधी 'आप अपने ही धर्म' ऐसा कहकर यह कहना चाहते हैं कि यह उनका धर्म नहीं है?
 
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बुनियादी तौर पर 'भारत को समझती ही नहीं है', उसे सिर्फ नागपुर (आरएसएस मुख्यालय) समझ आता है।' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा के लोगों को लगता है कि 'सारा सार्वभौमिक ज्ञान' प्रधानमंत्री के पास से ही आता है।
 
आरएसएस-भाजपा पर देश में एक ही तरह का विचार थोपने का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा कि हर व्यक्ति, चाहे वह तमिलनाडु में हो या उत्तर प्रदेश में, असहमति जाहिर करने का अधिकार सबको है और किसी एक विचार को थोपना स्वीकार्य नहीं है।
 
तमिलनाडु के लोगों, उनकी भाषा, संस्कृति एवं खानपान की तारीफ करते हुए राहुल ने कहा कि अन्य राज्यों की तरह यह भी भारत की ताकत हैं। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु से उनका विशेष जुड़ाव है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने तमिल फिल्में देखना शुरू कर दिया है और वह तमिलनाडु के लोगों की संस्कृति के बारे में पढ़ते हैं।
 
राहुल ने कहा, 'मैंने अपनी बहन को एक एसएमएस भेजा। मैंने अपनी बहन से कहा कि मुझे तमिलनाडु आना पसंद है। मुझे नहीं पता क्यों...मैं तमिल लोगों से खुद को जुड़ा हुआ पाता हूं।' कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैंने (प्रियंका को) लिखा, मैं तमिल, तमिलों से प्रेम करता हूं। उन्होंने भी लिखा कि मैं भी उनसे प्रेम करती हूं।' (एजेंसी)

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