नई दिल्ली। बसपा की प्रमुख मायावती और समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव इस वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देने के करीब पहुंच गए हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
सूत्रों के अनुसार शेष सीटों को कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकदल और अन्य छोटी पार्टियों के लिए छोड़ा जाएगा। अगर यह महागठबंधन तैयार होता है तो बीजेपी के साथ-साथ कांग्रेस के लिए भी यह बड़ा झटका होगा।
हालांकि दोनों पार्टियों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि उत्तर प्रदेश की ये दोनों पार्टियां 37-37 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेंगी।
उत्तर प्रदेश में लोकसभा की कुल 80 सीटें हैं। सूत्रों के अनुसार शेष सीटों को कांग्रेस, राष्ट्रीय लोकदल और अन्य छोटी पार्टियों के लिए छोड़ा जाएगा।