जर्मनी के हैम्बर्ग में अपने संबोधन में राहुल गांधी ने कहा कि भारत में नौकरी की बड़ी समस्या है, लेकिन प्रधानमंत्री इसे नहीं देखना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान करने के लिए आपको उसे स्वीकार करना होगा। गांधी ने भारत और पिछले 70 वर्षों में उसकी प्रगति के बारे में भी बोला।
संसद में पिछले महीने मोदी सरकार पर तीखे हमले करने के बाद प्रधानमंत्री को गले लगाने के वाकये का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जब संसद में मैंने प्रधनमंत्री मोदी को गले लगाया, तो मेरी पार्टी के भीतर कुछ लोगों को यह पसंद नहीं आया।
गांधी ने अपने दिवंगत पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों के बारे में भी बोलते हुए कहा कि जब मैंने श्रीलंका में अपने पिता के हत्यारे को मृत पड़ा देखा, तो मुझे अच्छा नहीं लगा। मैंने उसमें उसके रोते हुए बच्चों को देखा। लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) प्रमुख वी. प्रभाकरण राजीव गांधी की हत्या के लिए जिम्मेदार था। उसे श्रीलंकाई सैनिकों ने 2009 में मार गिराया था। (भाषा)