संसद का शीतकालीन सत्र का आधा सत्र निकल चुका है लेकिन संसद में अब तक हर दिन अडानी मुद्दें पर विपक्ष हंगामा करता आया है। लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में जो विपक्ष अडानी मुद्दे पर संसद सत्र की शुरूआत में एकजुट नजर आ रहा है उसमें अब दरार दिखने लगी है। वहीं दूसरी अडानी को लेकर राहुल गांधी के पीएम मोदी पर लगातार हमलावर होने के बाद अब भाजपा राहुल गांधी और हंगरी के अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस के बीच गठजोड़ का मुद्दा निकाल लिया है।
लोकसभा में आज राहुल को घेरेगी भाजपा-आज लोकसभा में भाजपा राहुल गांधी को जार्ज सोरोस के मुद्दें पर घेरने की तैयारी में है। लोकसभा में राहुल गांधी को जार्ज सोरेस के मुद्दें पर घेरने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे आज सदन में इस मुद्दें पर राहुल से सवाल पूछने की तैयारी में है। निशिकांत दुबे ने एक्स पर लिखा कि “कल अमेरिकी दूतावास के अधिकारियों का बयान मैंने बारम्बार पढ़ा ।उन्होंने यह माना कि OCCRP को अमेरिकी सरकार पैसा देती है, सोरोस का फाउंडेशन तो पैसा देता ही है। OCCRP,सोरोस का काम भारत की अर्थव्यवस्था को चौपट करना है, मोदी सरकार को बदनाम करना है,विपक्ष के नेताओं के साथ मिलकर। कल के बयान के बाद तो मेरे 10 प्रश्न जो लोकसभा में मुझे पूछना है राहुल गांधी जी से उसे पूछना ही पड़ेगा। मेरी आवाज़ संसद में दबाने की कोशिश विपक्ष कर रहा है ।लोकसभा का नियम 357 मुझे प्रश्न पूछने का अधिकार देता है।कल का इंतज़ार।
वहीं भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पूरे मामले की जेपीसी जांच की मांग कर दी है। उन्हंने एक्स पर लिखा Soros तथा OCCRP से कॉंग्रेस पार्टी तथा विपक्षी पार्टियों के नेताओं के सम्बन्ध, उनके द्वारा देश तोड़ने की साज़िश,संसद की कार्यवाही को स्थगित करने के लिए JPC बनाया जाना चाहिए ।
गौरतलब है कि पिछले सप्ताह लोकसभा में भाजपा निशिकांत दुबे ने कहा कि विपक्षी दल सरकार को अस्थिर करने के लिए तरह-तरह के मंसूबे पालते रहते हैं। विपक्ष विदेशी फंडिंग के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनकी सरकार के खिलाफ किस तरह काम होता है। उन्हें फ्रांस की एक रिपोर्ट के हवाले से दावा किया कि अमेरिका की सरकार और वहां के एक कारोबारी द्वारा संचालित फाउंडेशन की मदद से काम करने वाले एक विदेशी संस्थान का मकसद भारत की संसद को बंधक बनाना और उसकी कार्यवाही को ठप करना है।
राहुल के बाद सोनिया गांधी पर लगाएं गंभीर आरोप-रविवार को भाजपा ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी इस पूरे मुददें में खीच लिया। भाजपा ने दावा कि सोनिया ऐसे संगठन ने जुड़ी है जिसे अमेरिकी कारोबारी जार्ज सोरोज से फाउंडेशन से मदद मिलती है। भाजपा ने दावा किया कि सोनिया गांधी का संबंध जार्ज सोरोस फाउंडेशन द्वारा वित्तपोषित एक संगठन से है, जिसने कश्मीर के एक स्वतंत्र राष्ट्र के विचार का समर्थन किया है। भाजपा का दावा है कि फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन एशिया पैसिफिक (एफडीएल-एपी) फाउंडेशन' की सह-अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी, जार्ज सोरोस फाउंडेशन द्वारा वित्तपोषित संगठन से जुड़ी हुई हैं। भाजपा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि सोनिया गांधी और कश्मीर को एक स्वतंत्र राष्ट्र मानने के विचार का समर्थन करने वाले संगठन के बीच यह संबंध भारत के आंतरिक मामलों पर विदेशी संस्थाओं के प्रभाव तथा ऐसे संबंधों के राजनीतिक प्रभाव को व्यक्त करता है।
राहुल को देशद्रोही बताने में जुटी भाजपा-अडानी को लेकर लगातार मोदी सरकार पर हमलावर रहने वाले लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के साथ उनकी मां सोनिया गांधी को भाजपा ने जार्ज सोरोस के मुददें पर घेर लिया है। इतना ही नहीं भाजपा ने जार्ज सोरोस के साथ राहुल के गठजोड़ को देशद्रोही की श्रेणी में खड़ा करने की कोशिश की है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने दावा किया कि राहुल गांधी औऱ हंगरी के अरबपति निवेशक जॉर्ज सोरोस और कुछ अमेरिका आधारित एजेंसियां, खोजी मीडिया प्लेटफॉर्म ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट' की तिकड़ी ने भारत को अस्थिर करने और सत्ता परिवर्तन के लिए सार्वजनिक असंतोष को भड़काने की कोशिश की।
भाजपा सांसद संबित पात्रा ने दावा किया कि विपक्ष के पास जब कोई मुद्दा नहीं होता है तब आप अपने मुद्दे गढ़ते हो और ऐसे मुद्दे गढ़ते हो जो देश के विरोध में हो और पूरे विश्वपटल पर देश को बदनाम करने की कोशिश होती है, यही राहुल गांधी कर रहे हैं, इसलिए मैंने उन्हें देशद्रोही कहा, जो अपने देश को बदनाम करते हैं, तथ्यों के आधार पर नहीं बल्कि झूठ बोलकर बदनाम करते हैं। संबित पात्रा ने कहा कि उसे देशद्रोही नहीं तो क्या कहेंगे। संबित पात्रा ने कहा कि ओसीसीआरपी और राहुल गांधी दो शरीर और एक आत्मा है। उन्होंने कहा ये महज संयोग नहीं है। ये साठगांठ है और इससे एक बात स्पष्ट होती है कि राहुल नहीं चाहते कि भारत आगे बढ़े। भारत की संसद चले, यह राहुल गांधी नहीं चाहते।
अमेरिका ने भाजपा के दावे को किया खारिज-वहीं अमेरिका विदेश विभाग ने भाजपा के दावे को खारिज किया है। दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने कहा कि यह निराशाजनक है कि भारत में सत्तारूढ़ पार्टी इस तरह के आरोप लगा रही है। अमेरिका लंबे समय से दुनिया भर में मीडिया की स्वतंत्रता का समर्थक रहा है. स्वतंत्र और स्वतंत्र प्रेस किसी भी लोकतंत्र का एक अनिवार्य घटक है, जो सूचित और रचनात्मक बहस को सक्षम बनाता है और सत्ता में बैठे लोगों को जवाबदेह ठहराता है। हलांकि अमेरिकी विदेश विभाग ने स्वीकार किया है कि वह OCCRP जैसे समूहों को फंडिंग देता है लेकिन उसने साफ किया है कि वह इनके संपादकीय निर्णयों को प्रभावित नहीं करता है।