रेल मालभाड़ा 1 अप्रैल से महंगा

सोमवार, 30 मार्च 2015 (18:10 IST)
नई दिल्ली। माल ढुलाई से 4,000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त राजस्व जुटाने के लक्ष्य के तहत रेलवे ने विभिन्न जिंसों का मालभाड़ा बढ़ा दिया है।
 
इसी 1 अप्रैल से अनाज, दालों, यूरिया, कोयला व सीमेंट की रेल से ढुलाई महंगी होने जा रही है।  रेल बजट 2015-16 में माल ढुलाई में बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया गया है।
 
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने रेल बजट में हालांकि यात्री किरायों में बढ़ोतरी नहीं की है, लेकिन मालभाड़े में  औसतन 3.2 फीसदी की वृद्धि की गई है। इसका सीधा असर आवश्यक जिंसों के ग्राहकों के अलावा  इस्पात व एल्युमीनियम उद्योग पर पड़ेगा।
 
अगले वित्त वर्ष से अनाज, दालों और यूरिया की ढुलाई 10 प्रतिशत महंगी होगी, वहीं कोयले की  ढुलाई की दरों में 6.3 प्रतिशत, सीमेंट में 2.7 प्रतिशत तथा स्क्रैप व पिग आयरन पर ढुलाई में 3.1 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव है। रेलवे ने 2015-16 में 118.6 करोड़ टन माल ढुलाई का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। चालू वित्त वर्ष में यह 110.5 करोड़ टन है।
 
इसके अलावा प्रभु ने लौह अयस्क व इस्पात पर ढुलाई में 0.8 प्रतिशत वृद्धि का प्रस्ताव किया है। बिटुमिन तथा कोलतार पर ढुलाई में 3.5 प्रतिशत का इजाफा किया गया है। अगले वित्त वर्ष में रेलवे की माल ढुलाई से आमदनी 1,21,423 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। चालू वित्त वर्ष में इसके 1,06,927 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। (भाषा)

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