प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद प्रभु ने सिलसिलेवार ट्वीट में दुर्घटनाओं को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए लिखा है कि इनमें यात्रियों के मारे जाने और घायल होने से वे क्षुब्ध हैं और इससे उन्हें गहरा दुख पहुंचा है। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिला और पूरी नैतिक जिम्मेदारी ली। प्रधानमंत्री ने मुझे इंतजार करने को कहा है।
प्रभु ने कहा कि 3 वर्ष से भी कम समय में रेलमंत्री के तौर पर उन्होंने रेलवे की बेहतरी के लिए अपना खून पसीना बहाया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में सभी क्षेत्रों में व्यवस्थित सुधारों के जरिए दशकों से हो रही रेलवे की अवहेलना खत्म करने का प्रयास किया, जिससे अभूतपूर्व निवेश हुआ और कई मुकाम हासिल किए गए।