उद्योग मंडल सीआईआई द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा, रेलवे लाइन पर क्षमता से अधिक बोझ है। मालगाड़ियों के लिए अलग गलियारा बनाए जाने से यात्री ट्रेनों को उच्च गति से चलाने की काफी गुंजाइश है। मालगाड़ियों के लिए कुल 3,228 किलोमीटर लंबा पूर्वी और पश्चिमी गलियारा दिसंबर 2019 तक परिचालन में आने की उम्मीद है।
इसके अलावा, रेलवे ने रेल को 200 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से चलाने के लिए दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रेल गलियारों पर काम शुरू किया है। प्रभु ने कहा, हमने इन दोनों मार्गों पर बुनियादी ढांचे को मजबूत करने तथा सिग्नल प्रणाली को उन्नत बनाने के लिए अगले 3-4 साल में 20,000 करोड़ रुपए का निर्धारण किया गया है। रेलवे ने पिछले दो साल में अपने नेटवर्क में 16,500 किलोमीटर ट्रैक जोड़ा है।