राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने 'दाना' चक्रवात के मद्देनजर ओडिशा और पश्चिम बंगाल समेत 5 राज्यों में कुल 56 टीम तैनात की हैं। चक्रवात के 24 और 25 अक्टूबर के बीच ओडिशा के तट पर पहुंचने का अनुमान है। एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक (संचालन) मोहसिन शाहेदी ने को बताया कि इन टीमों के पास खंभे और पेड़ काटने वाले उपकरण, नौकाएं, बुनियादी प्राथमिक चिकित्सा और बाढ़ से बचाव के लिए अन्य उपकरण हैं।
बल के अधिकारी ने कहा, “आईएमडी और अन्य एजेंसियों के अनुमान के मद्देनजर हमारा ध्यान ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चक्रवात के मद्देनजर राज्यों ने कुल 45 टीम मांगी थीं। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कुल 56 टीम निर्धारित की हैं, जिनमें से 45 अभी सक्रिय रूप से तैनात हैं।
ओडिशा में 20 टीम हैं, जिनमें से एक रिजर्व में है, जबकि पश्चिम बंगाल में 17 में से 13 रिजर्व हैं। दूसरे अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ के अलावा संबंधित राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल के कर्मी भी इन इलाकों में तैनात हैं। एनडीआरएफ ने आंध्र प्रदेश और झारखंड में नौ-नौ जबकि छत्तीसगढ़ में एक टीम तैनात की है, क्योंकि गुरुवार और शुक्रवार की दरम्यानी रात चक्रवात के आने के बाद इन राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। अधिकारी ने बताया कि बचाव दल, राज्य के बलों और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर तटीय व प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकाल रहे हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को कहा कि चक्रवात के शुक्रवार सुबह लगभग 70 किलोमीटर दूर भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच पहुंचने का अनुमान है। विभाग ने कहा कि चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया 24 अक्टूबर की रात से शुरू होकर 25 अक्टूबर की सुबह तक जारी रहेगी।
आईएमडी के अनुसार, चक्रवात के पहुंचने के दौरान अधिकतम गति लगभग 120 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है। अरबी में दाना का अर्थ "उदारता" होता है और कतर ने क्षेत्र में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नामकरण की मानक परंपरा के अनुसार इस चक्रवात का नाम चुना है।
190 लोकल ट्रेनें रद्द : चक्रवाती तूफान दाना के मद्देनजर पूर्वी रेलवे अपने सियालदह मंडल में गुरुवार रात आठ बजे से शुक्रवार सुबह 10 बजे तक 190 लोकल ट्रेन का परिचालन नहीं करेगा। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। यह कदम रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में उठाया गया।
पूर्वी रेलवे के अधिकारी ने बताया कि सियालदह दक्षिण और हसनाबाद खंड में 190 ट्रेन रद्द रहेंगी। मौसम कार्यालय ने कहा कि चक्रवात के शुक्रवार तड़के ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच तट से टकराने की आशंका है जिस दौरान 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। चक्रवात के आने पर 24 और 25 अक्टूबर को दक्षिण बंगाल के कई जिलों में भारी बारिश होगी।
पूर्वी रेलवे (ईआर) के अधिकारी ने कहा, "24 अक्टूबर को रात आठ बजे से सियालदह स्टेशन से कोई भी लोकल ट्रेन नहीं चलाई जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जिस समय चक्रवात आने की आशंका है, उस दौरान कोई भी ट्रेन स्टेशन से दूर ना रहे।"
उन्होंने बताया कि रद्द की गई ट्रेन में सियालदह-कैनिंग खंड में 13 अप और 11 डाउन ट्रेन, सियालदह-लक्ष्मीकांतपुर खंड में 15 अप और 10 डाउन ट्रेन, सियालदह-बडगे बज खंड में 15 अप और 14 डाउन ट्रेन, सियालदह-डायमंड हार्बर खंड में 15 अप और 15 डाउन ट्रेन, सियालदह-बरुईपुर खंड में सात अप और नौ लोकल ट्रेन तथा सियालदह-बारासात/हसनाबाद खंड में 11 अप और नौ डाउन लोकल ट्रेन शामिल हैं।
अधिकारी ने बताया कि हसनाबाद और नामखाना स्टेशन (जो क्रमशः उत्तर और दक्षिण 24 परगना जिलों के तटीय क्षेत्रों के करीब हैं) से अंतिम ट्रेन 24 अक्टूबर को शाम सात बजे सियालदह के लिए रवाना होगी। उन्होंने कहा कि सियालदह मंडल में ट्रेन चलाने के बारे में आगे निर्णय स्थिति का आकलन करके लिया जाएगा।
दक्षिण पूर्व रेलवे ने मंगलवार को घोषणा की थी कि चक्रवात के मद्देनजर उसके क्षेत्र से चलने वाली 150 से अधिक एक्सप्रेस और यात्री ट्रेन रद्द कर दी गई हैं। पूर्वी रेलवे ने भी मंगलवार को अपने क्षेत्र से गुजरने वाली करीब 198 ट्रेन रद्द कर दी थीं।
भारतीय तट रक्षक अलर्ट पर : चक्रवात दाना के 24-25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों से टकराने के पूर्वानुमान के मद्देनजर भारतीय तटरक्षक हाई अलर्ट पर है और उसने समुद्र में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए अपने जहाजों और विमानों को तैनात कर दिया है।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि तटरक्षक बल स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है और चक्रवात के प्रभाव से उत्पन्न किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयारी सुनिश्चित करने को लेकर सक्रिय कदम उठाए गए हैं।
बयान में कहा गया है कि तटरक्षक अपनी खास आपदा राहत टीम के साथ हाई अलर्ट पर है, जो सहायता, बचाव और राहत कार्य प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
मंत्रालय ने कहा, चक्रवात दाना के क्योंकि 24-25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटों पर पहुंचने का अनुमान है, इसलिए तटरक्षक क्षेत्र (उत्तर-पूर्व) ने समुद्र में जान-माल की सुरक्षा के लिए कई एहतियाती कदम उठाए हैं।
तटरक्षक ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में जहाजों, विमानों और रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन को मछुआरों और नाविकों को मौसम की नियमित चेतावनी और सुरक्षा सलाह प्रसारित करने का काम सौंपा है।
बयान में कहा गया है कि ये अलर्ट सभी मछली पकड़ने वाले जहाजों को लगातार भेजे जा रहे हैं, और उनसे तुरंत किनारे पर लौटने और सुरक्षित आश्रय लेने का आग्रह किया जा रहा है। इनपुट भाषा