नई दिल्ली। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण महाराष्ट्र और कर्नाटक तट के पास पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर बना हुआ है। पूर्वी मध्य अरब सागर पर बने चक्रवाती परिसंचरण से पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ रेखा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और रायलसीमा से होते हुए गुजर रही है। निचले स्तरों में बांग्लादेश और आसपास के क्षेत्र में चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र देखा जा सकता है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान पर बना हुआ है। उत्तरी अंडमान सागर और उससे सटे म्यांमार के तट के पास 10 अक्टूबर के आसपास एक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है।
पिछले 24 घंटों के दौरान अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में कई स्थानों पर तथा तमिलनाडु, दक्षिण-पश्चिम मध्यप्रदेश और असम में एक या दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ भारी बारिश हुई। केरल, कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, रायलसीमा, उत्तरी तटीय ओडिशा, गंगीय पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम बारिश हुई। दक्षिण गुजरात, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के शेष हिस्सों, उपहिमालयी पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग हिस्सों और तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की बारिश हुई।
स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान अगले 24 से 48 घंटों के दौरान गुजरात के कुछ और हिस्सों, पूरे राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली पश्चिमी हिमालय और मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियां अनुकूल होती जा रही हैं।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, केरल तटीय कर्नाटक और कोंकण और गोवा के एक या दो हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बारिश हो सकती है। तटीय आंध्रप्रदेश, रायलसीमा, आंतरिक कर्नाटक के कुछ हिस्सों और तेलंगाना के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, बिहार के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़, दक्षिण मध्यप्रदेश और दक्षिण गुजरात में हल्की बारिश संभव है।