राजनाथ ने गुरुवार को संसद में बोलते हुए कहा कि समाजवाद और धर्मनिरपेक्ष शब्द बाबा साहब ने संविधान में नहीं डाले। इन शब्दों को 42वें संशोधन में जोड़ा गया। इन शब्दों का राजनीतिक रूप से दुरुपयोग होता है, जिसके चलते देश में सौहार्द उत्पन्न करने में कठिनाई होती है।
गृहमंत्री ने कहा कि भारत सभी धर्मों को सम्मान मिलता है। यहूदी और पारसियों को सबसे अधिक सम्मान यदि कहीं मिला है तो वह भारत देश है। साथ ही इस्लाम के 72 फिरके सिर्फ भारत में ही पाए जाते हैं, अन्य किसी देश में नहीं।