जेठमलानी ने बीजेपी को घेरा, मोदी-भागवत को लिखा पत्र

रविवार, 4 अक्टूबर 2015 (16:08 IST)
नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी ने आरक्षण के मसले और वन रैंक वन पेंशन पर किए गए कामों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ को पत्र लिखा है। जेठमलानी ने पटना के अपने दो दिवसीय निजी दौरे से ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ प्रमुख मोहन भागवत को यह चिट्ठी लिखी है।
इसमें राम जेठमलानी ने आरक्षण, वन रैंक वन पेंशन के अलावा पार्टी के कुछ नेताओं के बयानों को लेकर भी सवाल खड़े किए हैं। जेठमलानी के बिहार के निजी दौरे को बिहार में भाजपा के विक्षुब्धों की लामबंदी से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
 
उल्लेखनीय है कि बिहार में चुनाव के पहले से ही कई नेताओं ने पार्टी के फैसलों को लेकर लगातार सवाल खड़े किए हैं। पार्टी के सांसद और शॉटगन शत्रुघ्न सिन्हा के साथ-साथ आरा के सांसद और पूर्व नौकरशाह आरके सिंह ने भी टिकट के बंटवारे को लेकर पार्टी के फैसले पर सवाल खड़े किए थे।
 
दरअसल, संघ प्रमुख मोहन भागवत ने संघ के मुखपत्र पांचजन्य और ऑर्गेनाइजर में दिए साक्षात्‍कार में कहा था कि आरक्षण नीति पर पुनर्विचार की जरूरत है। उनका कहना था कि आरक्षण का राजनीतिक उपयोग किया गया। ऐसे में कोई अराजनीतिक समिति गठित की जाए जो यह तय करे कि किसे और कितने समय तक आरक्षण की जरूरत है।
 
हालांकि, भाजपा ने इस बयान से पल्‍ला झाड़ते हुए कहा था कि वह अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़े वर्गों के आरक्षण के अधिकारों का सौ फीसदी समर्थन करती है। 
 
आरक्षण के मसले पर फिर विचार करने की कोई जरूरत नहीं है और न ही पार्टी ऐसे किसी मांग का समर्थन करती है। वहीं, आरएसएस ने कहा था कि मोहन भागवत के बयान का गलत मतलब निकाला गया। आरक्षण का लाभ वंचितों को मिलना चाहिए।

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