उन्होंने यह भी कहा कि वह प्रत्येक भारतीय जो अपना काम निष्ठा एवं लगन से करता है, जो समाज को नैतिकतापूर्ण योगदान देता है- भले ही वह डॉक्टर हो, नर्स हो, शिक्षक हो, लोक सेवक हो, फैक्ट्री का मजदूर हो, व्यापारी हो, सभी अपने-अपने ढंग से स्वाधीनता के आदर्शों का पालन करते हैं। ये सभी नागरिक, जो अपने कर्तव्यों और दायित्वों का निर्वाह करते हैं, और अपना वचन निभाते हैं, वे भी स्वाधीनता संग्राम के आदर्शों का पालन करते हैं।