पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि यह एक संतुलित निर्णय है, जैसे एक मां को उसके बेटे का अधिकार मिलने पर आनंद मिलता है, वैसे ही यह फैसला है। सभी को शांत भाव से एक दीप जलाकर आनंद लेना चाहिए।
निर्मोही अखाड़े के वरिष्ठ पंच महंत धर्मदास ने कहा कि विवादित स्थल पर अखाड़े का दावा खारिज होने का कोई अफसोस नहीं है, क्योंकि वह भी रामलला का ही पक्ष ले रहा था। उन्होंने कहा कि न्यायालय ने रामलला के पक्ष को मजबूत माना है। इससे निर्मोही अखाड़े का मकसद पूरा हुआ है।