रुद्रप्रयाग के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि यह दुर्घटना गौरीकुंड के जंगलों के ऊपर हुई। इस दुर्घटना में मरने वालों में पायलट और एक शिशु भी शामिल है। उन्होंने बताया कि सुबह लगभग साढ़े पांच बजे हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ से गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी और अचानक यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रजवार ने कहा कि ऐसा अनुमान है कि खराब मौसम के कारण दृश्यता कम होने की वजह से यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि राहत और बचाव दल भेजे गये हैं।
IG गढ़वाल राजीव स्वरूप ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ के दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को लेकर गौरीकुंड के लिए उड़ान भरी थी। हेलीकॉप्टर में 7 लोग सवार थे। जिस जगह यह हादसा हुआ, वह बहुत दुर्गम इलाका है। पुलिस और SDRF की टीमें मौके के लिए रवाना हो गई हैं।
इससे पहले, आठ मई को उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री धाम जा रहा एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था जिसमें छह लोगों की मौत हो गई थी। 7 जून को भी केदारनाथ जा रहे एक हेलीकॉप्टर को उड़ान भरते ही तकनीकी खराबी आ जाने के कारण सड़क पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी जिसमें पायलट को चोटें आयीं थी लेकिन उसमें सवार पांच श्रद्धालु सुरक्षित बच गए थे।