इसमें पहले एमआई-35 हेलीकॉप्टरों, उसके बाद सी-130 सुपर हरक्यूलिस विमानों, एयरबॉर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम विमान, सुखोई-30, तेजस और जगुआर विमानों ने विभिन्न तरह के फॉर्मेशन फ्लाइंग करके लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
इसके बाद दर्शकों ने जो देखा वह वाकई अविश्वसनीय था। तीन सुखोई-30 एमकेआई विमान सलामी मंच के सामने आकर अचानक अलग-अलग दिशाओं में मुड़कर बादलों के बीच गायब हो गए। इसके बाद 900 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फ्लाई पास्ट का अंतिम विमान सुखोई-30 एमकेआई सलामी मंच के सामने आकर अचानक हवा में घूमता हुआ ऊपर की ओर मुड़ा और सीधे ऊपर, और ऊपर बादलों को चीरता हुआ आसमान में निकल गए। फ्लाई पास्ट समाप्त हो चुका था, लेकिन दर्शकों की निगाहें अभी भी आसमान की ओर लगी हुई थीं।